रिव्यू : हॉट मस्ती धमाल दोस्ती की कहानी “वीरे दी वेडिंग ”
कलाकार: सोनम कपूर, करीना कपूर, स्वरा भास्कर, शिखा तलसानिया, सुमित व्यास , सुमीत व्यास, नीना गुप्ता
निर्देशक: शशांक घोष
निर्माता: अनिल कपूर, रिया कपूर, एकता कपूर, निखिल द्विवेदी, शोभा कपूर।
सर्टिफिकेट: A
रेटिंग: 3 स्टार
फिल्म समीक्षा : आरती सक्सेना , एडिटर अमित बच्चन
आज लोगो मे आजादी के मायने बदल गये है। खास तोर पर अगर दोस्त आजादी को परिभाषित करे तो उसका मतलब होता है शराब मे डूबना सैक्स से संबधित धटिया बाते करना पब या डिस्को मे अर्धनग्न कपड़ो मे नाचना ओर खुल कर गालिया देना । ऐसा ही कुछ चार पुरूष दोस्तो के बजाय चार महिला दोस्तो को आजादी की जिंदगी जीते वीरे दी वेडिंग में बताया है। चार लड़िकया जो अपनी जिंदगी अपनी लाइफ स्टाइल मे जीती है। और उसे आजादी का नाम देती है साथ ही कही ना कही वो इस लाइफ स्टाइल को अपनी मजबूरी भी समझती है और अपनी देसी स्टाइल जिंदगी जैसे परिवार मनपसंद जीवन साथी और पारिवारिक सदस्यो से जुड़े रहने को भी मिस करती हैं जिसकी वजह से वो आजादी की जिंदगी मे खुश होने के बजाय फ्रसट्रेटेड नजर आती है
कहानी …. वीरे दी वेडिंग की कहानी चार दोस्तो के जीवन पर उलझी हुई कहानी पर आधारित है जो कि बचपन की दोस्त है और अपनी अपनी जिदंगी मे व्यस्त है लेकिन उन दोस्तों मे एक दोस्त कालिदी जिसको वह प्यार से कालू कहते है उसकी शादी मे साथ इकठठा हुई हैं । जहा पर शादी के बजाय बाकी सब धमाल मस्ती होती नजर आती है। कालिंदी अपने प्यार सुमित व्यास से शादी का वादा कर तो बैठती है लेकिन अपने माता पिता के आपसी झगड़े और पिता के दुसरी शादी को देखते हुए अंदरूनी तौर पर शादी के सख्त खिलाफ हैं वही दुसरी तरफ कालिदी की दुसरी दोस्त अवनी जो पेशे से वकील है शादी के लिये बहुत ज्यादा विचलित हैं लेकिन उसको अपना मनपंसद जीवन साथी नही मिल रहा । तीसरी दोस्त साक्षी अर्थात स्वरा भास्कर पजि से तलाक लेने जा रही है क्येाकि उनका शादी पर विश्वास नही है। और चैाथी दोस्त मीरा शिखा तल्सानिया शादीशुदा एक बच्चो की मां है लेकिन वो अपनी सैैक्स लाइफ मे खुश नही हैं।वीरे दी वेडिंग की ये चारो दोस्तों मे एक बात कामन है कि वो अपनी हर बात शेयर करती हैं एक दुसरे से भले ही झगड़ा करे लेकिन अपने किसी भी दोस्त के खिलाफ सुनना पंसद नही करती । साथ ही ये चारो अपना गलत गम करने के लिये या खुशी शेयर करने के लिये ना सिर्फ एक जगह जमा होती हैं बल्कि उस वक्त गाली गलौच चीप टाक शराब और डांस धमाल करती भी नजर आती है और इसी तरह कहानी आगे बढती हैं जिसमे कोई कहानी है ही नही ।
डायरेक्शन … डायेरक्शन की अगर बात करे तो डायरेक्टर ने अपना काम सही तरीक से कहने की पूरी कोशिश की हैं फिल्म की कहानी का अभाव होने के बावजूद अपने अच्छे डायरेक्शन से दर्शको को बांधे रखा है। बस कही कही सीन रीपीट होते हुए और ढीले नजर आते हैं बाकी फिल्म का डायरेक्शन मध्यम स्तर का है
संगीत … फिल्म का संगीत फिल्म की जान है करीबन सारे ही गाने अच्छे बन पड़े हें
अभिनय … अभिनय की अबर बात करे तो करीना कपूर अपने ग्लैमरस अंदाज मे नजर आई हैं लेकिन कही कही वो ओवर एक्टिंग करती नजर आई हैं सोनम कपूर भी फिल्म मे काफी ग्लैमरस नजर आई हैं लेकिन एक्टिंग के नाम पर उनके लिये भी खास कुछ नही था। वीरे की अन्य दो हीरेाइने स्वरा भास्कार और शिखा तल्सानिया ने अपने किरदार के साथ पूरी तरह न्याय किया है।
वीरेे दी वेडिंग देख या ना देखे … दिल चाहता है और जिदंगी ना मिलेगी दोबारा जैसी दोस्तों पर आाधारित हिट फिल्मो के बाद महिलाओ की दोस्ती पर आधारित ये फिल्म वीरे दी वेडिंग अगर देखना चाहते हेे तो परिवार के साथ बिल्कुल ना देखे । हां ये फिल्म दोस्तों के साथ देखी जा सकती है क्येाकि दोस्त तो सब जानते है और हर तरह की बाते करते हे। लिहाजा दोस्ती पर आधारित ये फिल्म दोस्तों के साथ ही देखने लायक हैं