इंटरव्यू : 12 साल बाद इंडियल आइडल से जुड़ कर पुरानी यादे ताजा हो गई फरहा खान

farah-khnnnसलमान खान से लेकर शाहरुख़ खान और इंडस्ट्री के ज्यादातर स्टार्स को डांस करवाने वाली कोरियोग्राफर और प्रसिध्द डायरेक्टर फरहा खान जल्द ही इंडियन आइडल सीजन 9 मे बतौर जज नजर आने जा रही हैं। इतना ही नही 1 साल पहले तीन जजो की तिकड़ी अनुमलिक फराह खान और सानू निगम एक साथ एक बार फिर इडियन आइडल सीजन 9 मे नजर आने वाले हैं । जो कि 24 दिंसबर 2016 को शुरू होने जा रहा है फरहा इस शो की जजिंग को लेकर क्या कहती हैं? कोरियोग्राफी और डायरेक्सन के अलावा बतौर जज इंडियन आइडल को सिंगिग शो जज करने मे फरहा को कितना मजा आता है ऐसे ही कई सवालो के जवाब दिये । दिलचस्प फराह खान ने खास बातचीत के दौरान पेश है फरहा खान से हुई बातचीत के चुनिंदा अंश ….

indialफरहा आप एक बार फिर इंडियन आइडल सीजन 9 की जज बन कर आ रही हैं कैसा लग रहा है ?

बहुत खुश हूं। क्योंकि इंडियन आइडल के सीजन वन की शुरवात मैने ही की थी। भले ही पिछले 11 सालो तक मै इस से नही जुड़ी थी लेकिन मै इंडियन आइडल का हर शो देखा करती थी। लिहाजा जब एक बार फिर मै इंडियन आइडल की जज बन कर आ रही हूं तो मुझे ख़ुशी हो रही है ।इस बार 12 सालो बाद एक बार फिर मेरे साथ अनु मलिक सोनू निगम हैं जिनसे मेरा पुराना याराना है इस लिये इन जज के साथ जजिंग करने मे मजा आयेगा ।

इस बार के इंडियन आइडल के नये सीजन मे नया क्या है ?

काफी कुछ नया है। आप तो देख ही रहे हैं कि इस बार का इंडियन आइडल कितना जोरदार है। इस बार 12 के बजाय 14 सिंगर को पूरे हिन्दुस्तान के बेस्ट सिंगरर्स मे से सलैक्ट किया है जो अच्छा खासा धमाल मचाने वाले हैं और इस बार काम्पडीसन भी तगड़ा है। सच बोलू तो हमने दुसरे म्यूजिक शोज के लिये अच्छे सिंगर छोड़े ही नही है। सबको इस शो मे ही ले लिया है।

कुछ लोगो का कहना है कि आप ना तो गायिका है और ना ही म्यूजिक डायरेक्टर है फिर भी आप इस शो की जज कैसे हैं?

वो इस लिये क्योकि मै संगीत को अच्छी तरह समझती हूं। मैने पिछले कई सालो से अच्छे सगीत पर सारे बालीवुड कलाकारो को नचाया है। मुझे भले ही गाना नही आता लेकिन मुझे अच्छे और बुरे गाने की सही पहचान है। इसके अलावा मै इस शो मे गाने का अंदाज जज करने वाली हूं जैसे सोनू सिंगर का रियाज परखेगे । अनु सिंगर की ताल परखेगे । उसी तरह मै उनका अंदाज परखुगी । उनके गाने मे मेलोडी कितनी है दर्द कितना है गहराई कितनी है। आदि सब मेरे जिम्मे हैं। वो कहावत है ना शादी नही की लेकिन बाराते बहुत देखी हैं । इसी तरह मै भी कह सकती हूं कि भले ही मै प्रोफेसनल सिंगर नही हूं लेकिन मुझे अच्छे बुरे गायिकी का ज्ञान है।

आप और सोनू मिल कर अनुमलिक की बहुत खिचाई करते हैं ?

अरे नही .. ऐसा कुछ नही है । हम बहुत मजाक करते हैं हमारा 12 साल पूराना याराना है। हम एक दुसरे की बात का बुरा नही मानते । अनु मलिक बहुत स्वीट है उनके साथ और sonu के साथ जजिंग करने मे बहुत मजा आ रहा है। मुझे आज भी याद है हम पहले सीजन मे अनु जी की शायरी की कितनी मजाक उड़ाते थे। उस वक्त भी बहुत मजा आता था। आज 12 साल बाद भी कुछ नही बदला हम तीनो एक जेसे ही स्वभाव के हैं ।

आपके बच्चो को डांस और गाने मे या फिल्म मेकिंग मे कितनी दिलचस्पी है ?

मेरी बेटी बैले डांसर है । उनको फिल्मय डांस नही आता है कभी कभी तो मुझे लगता है ये मेरे ही बच्चे हैं वो इतने शांत और वेल बिहेव्ड है कि मुझे उनको देख कर ही आश्चर्य होता रहता है। जंहा तक उनका फिल्म निर्माण को लेकर दिलचस्पी की बाते हैं तो उनमे मेरा ही खून है वो भी आई पैड पर अपनी फिल्म डायेरक्ट करते हैं जिसमे वह बाकायदा एडिटिंग बैकग्राउड म्यूजिक सभी डालते हैं उसमे मेरे तीनो बच्चे एक्टिंग भी करते हैं जो बहुत खराब होती है। मुझे अपनी फिल्म का कास्टयूम डिजाइनर बना देते है। खुद एडिटर डायरेक्टर बन जाते हैं जब आपस मे झगड़ा होता है तो एक दुसरे का नाम भी काट देते हे। गुसे मे । मुझे नही पता वह बडे होकर क्या बनेगे । लेकिन फिलहाल उनको फिल्म मेकिंग मे बहुत दिलचस्पी है।

ज्यादातर निर्देशिकाय गंभीर सिंनेमा बनाने मे विष्वास करती हैं एक आप ही है जो एंटरटेनमेट को ध्यान मे रखकर कमर्शियल फिल्मे बनाती हैं क्या इसके पीछे कोई खास वजह ?

क्योकि मेरा मानना है फिल्मे अगर चलती है तो तीन चीजो से चलती है एंटरटेन मेट एंटरटेनमेट और एटरटेनमेट । ऐसा नही है कि अगर मे सीरियस फिल्म बना रही हूं तो अच्छी डायरेक्टर हु और अगर मै कमर्शियल फिल्म बना रही हूं तो खराब डायेरकटर हूं। साथ ही मै ये भी कहूंगा कि जेडर से भी कोई फर्क नही पड़ता ऐसा नही है कि सिर्फ औरते ही गंभीर सिनेमा बनाते हैं और मर्द डायरेक्टर कमर्शियल फिल्म बनाते हैं। ये निर्भर करता है आपकी पंसद और आपकी अभिव्यिक्ति पर । मुझे शुरू से ही मसाला फिल्मे पसंद है फिर वह फिल्मे चाहे मनमोहन देसाई की हो या नासिर हुसैन की हो। हाल ही मे जब मैने उड़ता पंजाब देखी तो मुझे वह फिल्म अच्छी लगी । लेकिन फिर भी मुझे कभी नही लगा कि मुझे डार्क मुवी बनानी चाहिये । ये अपने अपने टैस्ट की बात होती है। मुझे इस बात का दुख है कि लोगो का मानना है कि रूलाने वाली फिल्मे बनाने वाले डायेरक्टर अच्छे डायेरेक्टर है और लोगो को हंसाने वाले लोगो का मनोरंजन करने वाले डायेरकटर अच्छे डायरेक्टर नही है। जबकि सच्चाई ये है कि कमर्शियल फिल्म ओवरसीज मे बिजनेस करती है।

सलमान खान आपके अच्छे दोस्तों मे हैं आप उनको मैने प्यार किया उनकी पहली फिल्म के समय से जानती है क्या कभी आपको ऐसा नही लगा कि एक फिल्म आप उनके साथ बनाये ?

ये बात आपसे पहले तीन लोगो ने मुझसे कही । अब तो मुझे सही मे लग रहा है कि मुझे सलमान से बात करनी पड़ेगी अपनी नई film मे उसको लेने के बारे मे ।

खबर है कि आप आलिया भटट और परिणिती चोपड़ा को लेकर एक फिल्म निर्माण करने जा रही हैं ?

ये सच है कि मै दो लड़कियो पर बेस्ड करके एक स्किप्ट लिख रही हूं और इस फिल्म मे परिणीती और आलिया को लेना चाह ती हूं। लेकिन अभी तक इन दोनो के साथ मेरी बात नही हो पाई है और ना ही कुछ फाइनल है।

खबर है कि आप सानिया मिर्जा की बायोपिक पर भी फिल्म बनाने की सोच रही है ?

सानिया मेरी बहुत अच्छी दोस्त है। हम दोनो जब भी फ्री होते हैं तो जरूर मिलते है। लेकिन फिलहाल वो अपनी पर्सनल लाइफ और ओलंपिक मे व्यस्त हैं इस लिये फिलहाल हमारे बीच सानिया की बायोपिक को लेकर कोई बात नही हो रही है।

हाल ही मे आप क्रिकेटर युवराज सिंह के फैशन कॉलेक्सन के तहत किक्रेटर युवराज सिंह के यु वी कैन फैशन कॉलेक्सन शो का हिस्सा बनी थी । कैसा अनुभव रहा वंहा पर ?

बहुत ही अदभुद क्योकि युवराज सिंह ने ये फैशन शो एक अच्छे कार्य के लिये सपन्न किया था ं । युवराज इस शो के पैसो से कैंसर पीडित लोगो की मदद के लिये फंड जमा करने का कार्य कर रहा थां इस के अलावा युवराज सिंह का ये यू वी कैन फैशन कॉलेक्सन का मकसद भी चैरिटी के जरिये कैसर पीड़ितो की मदद करना है । यही वजह है कि इस शो मे मेरे साथ साथ अमिताभ बच्चन जी काजोल दीपिका पादुकोण आदि कई बड़ी हस्तियां और क्रिकैटरर्स ने भी हिस्सा लिया था। हम सभी ने इस शो मे हिस्सा लिया और शो को एन्जौय किया।

आपने बतौर कोरियोग्राफर डायेरक्टर एक्टर फिल्म इंडस्ट्री मे लंबा सफर तय किया है और आपने हर क्षेत्र मे सफलता हासिल की है बावजूद इसके आप काफी डाउन टूं अर्थ है इसका राज क्या है ?

क्योकि मै जंहा से आई हूं वो काफी संर्धश भरा सफर रहा है मैने नीचे से उपर तक का सफर तय किया हैं यानि की असफलता के बाद सफलता देखी है। लिहाजा जो लोग नीचे से उपर उठते हैं वो हमेशा जमीन से जुड़े रहते हें।

आरती सक्सेना पत्रकार मुम्बई




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